जो भी है मन में..हाँ जो भी है मन में कह दो..
बहुत मस्त है..एक शेर मुझे भी याद आ गया..."किसी को देखते ही होश उड़ जाते है...इस दिल को थाम कर रखना ग़ालिब..वरना दिल इतना न धड़के कीबाहर ही आ जाये...":-)....
वाह बहुत बढ़िया..धन्यवाद..
वाह...बहुत खूब...अनु
धन्यवाद..
वाह.
bahut khub :)
वाह..
नरेश यादव :- बहुत अच्छा लिखा है- "क्या होगा इस वृद्ध के मन में जो इसे इस उम्र में बारिस में इतना लम्बा सफ़र करने की प्रेरणा देता होगा "कभी कभी मेरे दिल में भी ये सवाल आता है ।
मेरे ब्लॉग पर आ कर अपना बहुमूल्य समय देने का बहुत बहुत धन्यवाद ..
बहुत मस्त है..
जवाब देंहटाएंएक शेर मुझे भी याद आ गया...
"किसी को देखते ही होश उड़ जाते है...
इस दिल को थाम कर रखना ग़ालिब..
वरना दिल इतना न धड़के की
बाहर ही आ जाये..."
:-)
....
वाह बहुत बढ़िया..धन्यवाद..
हटाएंवाह...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब...
अनु
धन्यवाद..
हटाएंवाह.
जवाब देंहटाएंbahut khub :)
जवाब देंहटाएंवाह..
जवाब देंहटाएंनरेश यादव :-
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा है-
"क्या होगा इस वृद्ध के मन में जो इसे इस उम्र में बारिस में इतना लम्बा सफ़र करने की प्रेरणा देता होगा "
कभी कभी मेरे दिल में भी ये सवाल आता है ।